उत्तराखंड में चुनावी बयार के बीच भाजपा की ओर से नए –नए वायदे पेश किए जा रहे है, इसी के मद्देनजर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने भाजपा सरकार और आम आदमी पार्टी पर निःशुल्क बिजली देने के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा और आम आदमी पार्टी का सिर्फ चुनावी जुमला है। जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे यह पार्टियां जनता को गुमराह कर आकर्षित करने का काम कर रही हैं।
उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने घोषणा की कि वह 200 यूनिट बिजली राज्य की जनता को फ्री उपलब्ध कराएंगे। इसके तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका खंडन कर दिया। अब खुद मंत्री हरक सिंह रावत जी अपनी घोषणा से पलट गए हैं। इससे साबित होता है कि सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों में ही सामंजस्य नहीं है। 2020 में जब कोरोना संक्रमण काल चरम पर था तब सरकार ने बिजली की दरें बढ़ाकर जनता के ऊपर अतिरिक्त बोझ डाल दिया। उसके बाद अप्रेल 2021 में भी बिजली की तरह बढ़ा दी गई। सरकार ने 200 यूनिट तक 25 पैसे, 400 यूनिट तक तथा उससे ऊपर 35 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी करके जनता के ऊपर अतिरिक्त बोझ डाल दिया। इतना ही नहीं सरकार ने फिक्स दरें भी बढ़ा दी। दो वर्षों में स्थिर प्रभार में 101 से 200 यूनिट में 35 रुपये/ kWh , 201-400 यूनिट 55 रुपये/ kWh 400 से ऊपर 70 रुपये रुपये/ kWh बढ़ोत्तरी कर कोरोना काल में जनता के ऊपर भोझ डालने का काम किया यहाँ तक की सरकारी शिक्षण संस्थान और अस्पतालों को भी नहीं छोड़ा। वहां भी बिजली की दरें बढ़ाई गई। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार जनता का उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रही है।बल्यूटिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार यदि जनता की सच्ची हितेषी है तो वह सबसे पहले बिजली की बढ़ी हुई दरों को वापस ले। उसके बाद तत्काल बिजली फ्री करने का आदेश जारी करे। उन्होंने नसीहत दी कि भाजपा चुनाव नजदीक देख फ्री बिजली का शिगूफा छोड़ना बंद करे।
भाजपा ने अपने 2017 के दृष्टि पत्र में ही रद्दी की टोकरी में डाल दिया है। दृष्टि पत्र में भाजपा ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को रियायती दरों पर बिजली देने की बात कही थी जिसे भूल गई।ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी पूरी बिजली नही मिल पा रही है भाजपा ने जितनी भी घोषणा की थी उनमें से एक भी पूरी नहीं की गई हैं। इस सरकार के पास जहां सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा नहीं है वही करोड़ों की लागत से बनने वाली विकास योजनाओं की कोरी घोषणाएं की जा रही हैं। इतना ही नहीं राज्य में बेरोजगारी चरम पर है सरकार जहां पिछले 4 सालों में 2200 युवाओं को भी नौकरी नहीं दे पाई वही अब 22000 युवाओं को नौकरी देने की बात कहते हुए युवाओं को छलने का काम कर रही है।